जानिए लौकी खाने के कुछ अद्भुत फायदे
लौकी को कद्दू और काशीफल के नाम से भी जाना जाता है और ये बाज़ार में आराम से मिल जाता है । हम गारंटी देते हैं कि आप इसके फायदे जानकर हैरान हो जाएंगे। यह आपके शरीर में विटमिन सी, विटमिन बी, सोडियम और आयरन की कमी को पूरा करता है। अगर आप सुबह उठकर एक ग्लास लौकी का जूस पीते हैं तो आप बहुत सारी सेहत की समस्याओं से दूर रहेंगे। लौकी के फल के अलावा इसकी पत्तियों का भी उपयोग किया जाता है। भारतीय पंजाब में लौकी का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है। आइए देखते हैं लौकी ग्रहण करने के कुछ अद्भुत फायदे : -
पाचन क्रिया को दुरुस्त रखे
शायद आपको मालूम नहीं होगा पर लौकी का जूस हल्का होता है और कई ऐसे तत्वों से भरपूर होता है जो कब्ज और गैस की समस्या में राहत देने का काम करते हैं | अगर आपको पाचन क्रिया से जुड़ी कोई भी समस्या है तो लौकी का जूस आपके लिए बेहतरीन उपाय है |
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण करे
लौकी के इस्तेमाल से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल कम होता है | कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होने से दिल से जुड़ी कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है | इसलिए इसका इस्तेमाल दिल के लिए फायदेमंद होता है।
वजन काम करने में सहायक
प्रति 100 ग्राम लौकी में 12 कैलोरी होती है व 96% पानी होता है । इसमें फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है तो भूख जल्दी न लग पाने के कारण पेट भरा-भरा सा रहता है। इसलिए अगर वजन काम करना चाहते हैं तो ज़रूर इसका सेवन करें।
चेहरे पर ग्लो के लिए लाभदायक
घीया में प्राकर्तिक पानी होता है | आप इसके जूस का सेवन कर सकते हैं या फिर उसकी कुछ मात्रा हथेली में लेकर चेहरे पर मसाज कर सकते हैं| लौकी की एक स्लाइस को काटकर चेहरे पर मसाज करने से भी चेहरे पर निखार आता है |
हाईपरटेंशन व ब्लड-प्रेशर से निजात दिलाने में कारगर
लौकी का सप्ताह में 2-3 बार सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है अगर कोई हाईपरटेंशन के शिकार है। इसमें पोटेशियम और सोडियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसलिए इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में मदद मिलती है, साथ ही दिल की बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।
आशा करते हैं, लौकी के इतने फायदे देखने के बाद आप भी इसे अपने आहार में जरूर शामिल करेंगे। आयुर्वेदगुरु पिछले 25 सालों से दीर्घकालीन रोगों का उपचार कर रहे हैं। डॉ विरमानी आयुर्वेदगुरु के संस्थापक हैं व एक पंचकर्म अध्यापक भी हैं। आयुर्वेदिक मेडिकल साइंस में योगदान के लिए उनको कई बार सम्मानित भी किया गया है। उन्होंने बी.ए.एम.एस की पढाई कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी व आयुर्वेद में एम.डी. श्री लंका से की है । आप उनका YOUTUBE चैनल भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।